Old vs New अब Budget 2024 के बाद किस Tax Regime में फायदा है? किसमें हो जाएगा हजारों को नुकसान?
भारत का बजट 2024 आ चुका है और साथ ही टैक्स सिस्टम में भी कुछ बदलाव आए हैं! अब सवाल ये है कि आपके लिए कौन सा टैक्स सिस्टम फायदेमंद होगा – पुराना टैक्स सिस्टम या नया टैक्स सिस्टम?
कई लोगों को लग रहा है कि नया टैक्स सिस्टम सिर्फ फायदा ही देगा, लेकिन ऐसा नहीं है! कई बार पुराने टैक्स सिस्टम में ही आपको ज्यादा बचत हो सकती है.
चलिए, समझते हैं कि ये कैसे काम करता है और आपको किस टैक्स सिस्टम को चुनना चाहिए?
पुराना टैक्स सिस्टम क्या है?
- पुराना टैक्स सिस्टम वो है जो हमेशा से चल रहा था.
- इसमें आपको अपनी टैक्स देनदारी इनकम टैक्स स्लैब के हिसाब से चुकानी होती है.
- आपको बड़ी राहतें भी मिलती हैं जैसे –
* स्टैंडर्ड डिडक्शन
* होम लोन का ब्याज
* हेल्थ इंश्योरेंस का प्रीमियम
* बच्चों की शिक्षा का खर्च
* बूढ़े माता-पिता के लिए मेडिकल खर्च
* इन्वेस्टमेंट पर टैक्स छूट
नया टैक्स सिस्टम क्या है?
- नया टैक्स सिस्टम 2020 में आया था.
- इसमें आपको छोटे टैक्स स्लैब मिलते हैं जिससे कम टैक्स देना पड़ता है.
- इसमें सीमित कटौतियों का फायदा मिलता है.
बजट 2024 के बाद कौन सा टैक्स सिस्टम चुनें?
अब सवाल है कि आपके लिए कौन सा टैक्स सिस्टम फायदेमंद होगा?
चलिए, इसे समझने के लिए कुछ सिचुएशन लेते हैं:
1. आप एक नौकरीपेशा व्यक्ति हैं:
- अगर आपकी कमाई ₹7 लाख से कम है: तो नया टैक्स सिस्टम आपके लिए ज्यादा फायदेमंद होगा.
- अगर आपकी कमाई ₹7 लाख से ज्यादा है: तो आपको अपने खर्चों को ध्यान से देखना होगा और दोनों टैक्स सिस्टम की गणना करके देखनी होगी कि कौन सा सिस्टम आपको ज्यादा बचत देता है.
2. आप एक व्यवसायी हैं:
- अगर आपका बिजनेस खर्च ज्यादा है और इन्वेस्टमेंट बहुत हैं तो पुराना टैक्स सिस्टम आपके लिए ज्यादा फायदेमंद होगा.
- अगर आपका बिजनेस खर्च कम है और इन्वेस्टमेंट भी कम हैं तो नया टैक्स सिस्टम आपके लिए ज्यादा फायदेमंद होगा.
3. आप एक सेवानिवृत्त व्यक्ति हैं:
- अगर आपकी पेंशन आय ₹5 लाख से कम है: तो नया टैक्स सिस्टम आपके लिए ज्यादा फायदेमंद होगा.
- अगर आपकी पेंशन आय ₹5 लाख से ज्यादा है: तो आपको दोनों सिस्टम की गणना करके देखनी होगी कि कौन सा सिस्टम ज्यादा फायदेमंद है.
किन लोगों को नए टैक्स सिस्टम से हो सकता है नुकसान?
- उच्च आय वाले व्यक्ति: नए टैक्स सिस्टम में कटौतियों का दायरा कम है, जिससे उच्च आय वाले व्यक्तियों को ज्यादा टैक्स देना पड़ सकता है.
- इन्वेस्टर: पुराने टैक्स सिस्टम में इन्वेस्टमेंट पर टैक्स छूट मिलती है, जो नए टैक्स सिस्टम में उपलब्ध नहीं है.
- जो लोग घर का किराया देते हैं: पुराने टैक्स सिस्टम में घर के किराए पर टैक्स छूट मिलती है, जो नए टैक्स सिस्टम में उपलब्ध नहीं है.
- जो लोग मेडिकल खर्च का भुगतान करते हैं: पुराने टैक्स सिस्टम में मेडिकल खर्च पर टैक्स छूट मिलती है, जो नए टैक्स सिस्टम में सीमित है.
एक उदाहरण से समझते हैं:
मान लीजिए आपकी सालाना आय ₹10 लाख है और आप ₹1 लाख का होम लोन का ब्याज देते हैं.
- पुराने टैक्स सिस्टम में: आपको होम लोन के ब्याज पर टैक्स छूट मिलेगी और आपकी टैक्स देनदारी कम होगी.
- नए टैक्स सिस्टम में: आपको होम लोन के ब्याज पर कोई टैक्स छूट नहीं मिलेगी और आपकी टैक्स देनदारी ज्यादा होगी.
कैसे पता करें कि कौन सा टैक्स सिस्टम आपके लिए फायदेमंद है?
- आप टैक्स कैलकुलेटर का इस्तेमाल करके दोनों टैक्स सिस्टम की गणना कर सकते हैं.
- आप अपने वित्तीय सलाहकार से बात कर सकते हैं.
निष्कर्ष:
बजट 2024 के बाद दोनों टैक्स सिस्टम में अपने-अपने फायदे और नुकसान हैं.
आपको अपनी व्यक्तिगत परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सही टैक्स सिस्टम का चयन करना होगा. टैक्स कैलकुलेटर का इस्तेमाल करके दोनों सिस्टम की गणना करें और अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें.
आपको सही टैक्स सिस्टम चुनने में यह लेख मदद करेगा! इसके बारे में अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें!
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